किस बात, किस चीज़ पर गुरूर है तुझे -ए आदम और हव्वा की औलाद.
खुबसूरत जिस्म पर -जिसका अंजाम वक्त गुज़रने के साथ ही मिट्टी का ढेर होने वाला है, जिस खूबसूरत चेहरे पर तुम नाज़ करते हो क्या पता अगले दिन जब तुम सोकर उठो तो वह बदसूरती मे बदल जाए, बेशक़ अल्लाह ﷻ चाहे तो कर सकता है, क्या तुम अपने खूबसूरत होने पर
अल्लाह ﷻ का शुक्र अदा करते हो—? ,
या फिर अपने से कमतर दिखने वालो का मज़ाक बनाते हो, —?
यह जानलो कि दुनिया मे हर शै को चाहे वह खूबसूरत हो या बदसूरत, सबको अल्लाह ﷻ ने ही पैदा किया है,,, क्या पता तुम्हारा किसी का मज़ाक बनाना अल्लाह ﷻ को नगवार गुज़रे, क्योंकि तुम अल्लाह ﷻ की बनाई हुई चीज़ का मज़ाक बना रहे हो,,,,,
तो अनकरीब तुम अपने ही #_आमालो की वजह से अल्लाह ﷻ के गज़ब का शिकार हो जाओगे, जब तुम परेशान होते हो, या कोई बड़ी मुसीबत तुम पर आ पड़ती है, तो तुम वजह तलाश करने लगते हो, ओर वक्त ओर हालात को या फिर अपने मुकद्दर को जिम्मेदार ठहराते हो,,,
(_ज़रा एक अंधेरे कमरे मे बैठकर ख़ुद के सिर्फ एक दिन के आमाल पर नज़र डालना, सारे जवाब मिल जायेंगे,, )
सुबह उठते ही, शुक्रे खुदा करने के बजाय.मोबाइल पर हाथ जाता होगा,
फिर फजर पढ़ने के बजाय तुम्हें ढेरो एेसे काम याद आ जाते है, जो तुम्हें फजर अदा करने से ज्यादा जरूरी लगते है ,, दिल मे यह ख्याल कि #_अल्लाह ﷻ तो गफूरूर्रहीम है, बख्श देगा
तो याद रख ए इंसान अल्लाह ﷻ का एक नाम कह्हार भी है, गज़ब नाजि़ल करने वाला,