शबे कद्र की नवाफ़िल नमाज़ – Shab E Qadr Ki Nawafil Namaz
बाद नमाजे इशा, सात बार इन्ना अन्ज़़ल्नाहु पढ़े।
फजीलत: हर मुसीबत से नजात मिले। हजार फरिश्ते अलैहिस्सलाम उस के लिए जन्नत की दुआ करते हैं।
२ रकात: तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद एक बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु तीन बार कुलहुवल्लाहु,
फजीलत: शबे कद्र का सवाब हासिल होगा, एक शहर जन्नत में दिया जाएगा जो मशरक से मगरिब तक लंबा होगा।
२ रकात : तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद सात बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु सात बार कुलहुवल्लाहु सलाम के बाद इस्तिगफार और दुरूद शरीफ पढ़े।
फजीलतः अल्लाह तआला इस नमाज़ के पढ़ने वाले को और इसके माँ बापको बख्श देगा ।
४ स्कात : (एक सलाम से) तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद तीन बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु सात बार कुलहुवल्लाह
फजीलतः अल्लाह तआला मौत की सकरात आसान कर देगा कब्र का अज़ाब दूर कर देगा.
४ रकात : (एक सलाम से) तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद एक बार अल्हाकुमुत तकासुर तीन बार कुलहुवल्लाहु
फजीलतः जन्नत में चार सुतून मिलेंगे जिन के हर सुतून पर हजार महल होगे।
४ रकात : (एक सलाम से) तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद एक बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु सत्ताइस बार कुलहुवल्लाहु
फजीलत: तमाम गुनाह माफ हो जाएंगे और जन्नतुल मुअल्ला में घर अता होगा।
४ स्कात : (एक सलाम से) तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद तीन बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु पचास बार कुलहुवल्लाहु सलाम के बाद सजदे में जाकर एक बार सुब्हानल्लाहि वल्हम्दुलिल्लाहि वला इलाहा इल्लल्लाहु वल्लाहु अकबर पढ़े।
फजीलत: जो दुआ माँगोगे कुबूल होगी, सगीरा गुनाह बख्श दिए जाएगे। बे इन्तेहा नेअमत अता होगी।
२ रकात : तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद एक बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु सौ बार कुलहुवल्लाहु सलाम के बाद ग्यारह बार दुरूद शरीफ।
फजीलत: बहुत सवाब मिलेगा।
४ रकात : (एक सलाम से) तरकीबः हर रकात में अल्हम्द के बाद तीन बार इन्ना अन्ज़ल्नाहु पाँच बार कुलहुवल्लाहु सलाम के बाद सजदे में इकतालीस बार सुब्हानल्लाह पढ़े।
फजीलत: जो दुआ मांगोगे कुबूल होगी।
शबे कद्र में यह दुआएँ कसरत से पढ़ें
🎁 शबे बरात की नवाफ़िल नमाज़