#कुत्ते की पैदाइश कैसे हुयी ?
अल्लाह عزوجل ने जब हज़रत आदम अलैहिस्सलाम का पुतला मुबारक तैयार फ़रमाया तो फ़रिश्ते عليه السلام हज़रात आदम अलैहिस्सलाम के इस पुतला मुबारक की ज़ियारत करते थें । मगर शैतान जल भून गया। एक मर्तबा उस मरदूद ने बुग्ज़ व कीने में आकर हज़रते आदम अलैहिस्सलाम के पुतले मुबारक पर थूक दिया। यह थूक हज़रते आदम अलैहिस्सलाम के नाफ मुबारक के मक़ाम पर पड़ी । अल्लाह عزوجل ने जिब्रइल अलैहिसलाम को हुक्म दिया की इस जगह से उतनी मिट्टी निकल कर उस मिट्टी का कुत्ता बना दो ।
चुनांचे उस शैतान के थूक से मिली मिट्टी का कुत्ता बना दिया गया।
यह कुत्ता आदमी से मानूस इसलिए है की मिट्टी हज़रते आदम अलोहिस्सलाम की है और पलीद (गन्दा) इसलिए है की थूक शैतान का है। कुत्ता रात को इसलिए जागता है की हाथ इसमें जिब्राइल عليه السلام के लगे हैं।
( रिहूल ब्यान जिल्द 1, सफा 68)
सबक
शैतान के थूक से हज़रते आदम अलैहिस्सलाम का कुछ नहीं बिगड़ा। मगर मक़ामे नाफ़ शिकम (पेट) के लिये वजहे ज़ीनत बन गया।
इसी तरह अल्लाह عزوجل के बारगाह में गुस्ताख़ी करने से उन अल्लाह عزوجل वालों का कुछ नहीं बिगाड़ता है बल्कि उनकी शान और भी चमकती है।