जब भी सफर का इरादा करो तो Safar Ki Dua जरूर पढ़ लिया करो क्योंकि इसकी बेशुमार फजीलत है

Safar Ki Dua कब पढ़नी चाहिऐ

शरअन मुसाफिर वह शख़्स है जो तीन दिन की राह तक जाने के इरादे से सफर करे तो Safar Ki Dua पढ़नी चाहिए।

सवारी पर सवार होते वक्त यह दुआ पढ़े

सुब्हानल्लज़ी सख्खरा लना हाज़ा वमा कुन्ना लहू मुक्रिनीन व इन्ना इला रब्बिना लमुन्क़लिबून 

सफर में रवानगी के वक्त की दुआ

अल्लाहुम्मा बिका असलु व बिका अहूलु व बिका असीरु ।

मंजिल तक पहुंचने के बाद यह दुआ

रब्बि अन्जिल्नी मुन्ज़लन मुबारकंव्व अन्ता ख़ैरूल मुन्जलीन ।

या यह दुआ पढ़े

अऊजु बिकलिमा तिल्ला हित्ताम्माति मिन शर्रिमा खलका ।

सफर में रवाना होने के बाद की दुआ

अल्लाहुम्मा हव्विन अलैना हाज़स्सफ़रा व अतवि अन्ना बुअदहू अल्लाहुम्मा अन्तस्साहिबु फिस्सफ़रि वल ख़लीफ़तु फिल अहलि अल्लहुम्मा इन्नी अअूज़ू बिका मींव्वअसाइस्सफ़रि व कआबतिल मन्जरि व सूइल मुन्कलाबि फिल मालि वल अहलि वल वलदि ।

सफर से वापसी पर यह दुआ

आएबूना ताइबूना आबिदूना लिरब्बिना हामिदून ।