Tag: जो शख्स रमज़ान के पूरे रोजे रखकर शव्वाल के छः रोज़े रखता है

Roza OR Mahe Ramzan

रोज़ा और माहे रमज़ान ( 1 ) सन दो हिजरी में मूमिनों पर रोज़े फ़र्ज़ और सदक़ए फ़ित्र वाजिब हुआ.(तफ़सीरे ...

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