Islamic Maloomat Hindi Me – इस्लामी मालूमात
Islamic Maloomat Hindi Me – इस्लामी मालूमात * वैसे तो नमाज़े जनाज़ा की इब्तिदा हज़रत आदम अलैहिस्सलाम के ज़माने से मौत व हयात दोनों वुजूदी हैं जैसा कि रिवायत में है कि आपकी नमाज़े जनाज़ा फरिश्तों ने पढ़ी और इमाम हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम हुए मगर इस्लाम में इसकी मशरूईयत हिजरत के तक़रीबन 9 महीने बाद हुई और …